Ahraura Mirzapur - An Overview
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But the real Expense is borne from the district's villagers who put up with illnesses which includes tuberculosis, as a consequence of stone mining which includes turned the region into a poisonous dust bowl. A floor report.
उन्होंने मौर्य सेना के लिए कड़ा विरोध का प्रदर्शन किया। कलिंग का पूरा शहर युद्ध मैदान में बदल गया और हर कोई मौर्य सेना के खिलाफ लड़ने के लिए आगे आया। हालांकि, उन्होंने विरोध किया और बहादुरी से लड़ाई लड़ी।
— माधव कोंडविलकर (ग्रंथ - ‘देवांचा प्रिय राजा प्रियदर्शी सम्राट अशोक’)
इतिहास में यह युद्ध एकमात्र उदाहरण है जो अशोक जैसे कठोर शासक के दिल में पूरी तरह से बदलाव लाया। उन्हें एहसास हुआ कि किसी कीमत पर उनकी जीत सार्थक नहीं है।
— डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर (ग्रंथ - ॲनिहिलेशन ऑफ कास्ट)
[४] शिलालेखांवरील मराठी पुस्तके[संपादन]
चतुर्थ शिलालेख : राजकीय पदाधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि व्यवहार के सनातन नियमों यथा - नैतिकता एवं दया - का सर्वत्र प्रचार प्रसार किया जाए ।
७. सिद्धपुर- यह ब्रह्मगिरि से एक मील उ. पू. में स्थित है।
देवों के प्रिय सम्राट प्रियदर्शी ने अपने राज्याभिषेक के आठ वर्ष बाद कलिंगों को पराजित किया। डेढ़ लाख लोगों को बंदी बनाया, एक लाख लोग मारे गए और अन्य कारणों से और बहुत से मारे गए। कलिंगों को अधीन करके देवों-के-प्रिय को धर्म की ओर खिचाव हुआ, धर्म और धर्म-शिक्षा से प्रेम हुआ। अब देवों-के-प्रिय को कलिंगों को परास्त करने का गहरा पछतावा है। (शिलालेख संख्या १३)
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सम्राट अशोकच्या काळातील मौर्य साम्राज्याचा विस्तार
बहराल इस पोस्ट में नीचे सभी शिलालेखों से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां नीचे दी गई हैं-
बहुत से यूनानी मूल के और यूनानी संस्कृति से प्रभावित लोग मौर्य राज्य के उत्तरपश्चिमी इलाक़े में बसे हुए थे, जिसमें आधुनिक पाकिस्तान का ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत और दक्षिणी अफ़्ग़ानिस्तान आते हैं। इनकी कुछ रीति-रिवाजों पर भी शिलालेख में टिप्पणी मिलती है:
All over 14 edicts are penned on the rock which happens to be approximate seventy five ft in circumference. It is actually thought that, this had been composed during great king Ashoka rule my review here and in 256 BC. It is actually believed that, this inscription are one of several principal edict of Ashoka.